अहमदाबाद- नॉरकोटिक्स संवर्ग की दवाओं की अवैध बिक्री करने वाले खुदरा दवा विक्रेताओं पर की गयी कार्यवाही के फलस्वरूप गुजरात खाद्य एवं औषधि नियंत्रण प्रशासन ने 217 खुदरा दवा विक्रेताओं को पकड़ा है जो कोडीन कफ सिरप की अवैध रूप से ऊंचे मूल्यों पर बिक्री कर रहे थे। अहमदाबाद, सूरत, पाटन, हिम्मतनगर तथा नाडियाड में पिछले दो महीनों में सूचनाओं के आधार पर की गयी कार्यवाहियों में नारकोटिक्स तथा प्रेस्क्रिप्शन वाली दवाओं की अवैध बिक्री में संलिप्ता के कारण विभाग द्वारा 42 लाईसेंस निरस्त किए गए हैं जबकि 169 अन्य विक्रेताओं के लाईसेंस निलम्बित किए गए हैं। गुजरात राज्य में कुल लगभग 39 हजार 600 थोक व खुदरा दवा विक्रेता हैं। राज्य एफडीसीए के कमिश्नर डॉ. एच.जी. कोशिआ के अनुसार जिस प्रकार कोडीन फास्फेट नारकोटिक दवा के तहत आती है हमने नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के साथ सहकार्यता में छापेमारियां की हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के औषधि नियंत्रक से भी बात कर रहे हैं क्योंकि कफ सिरप का निर्माण हिमाचल प्रदेश में किया गया है। उन्होंने बताया कि कफ सिरप का स्त्रोत गुजरात में बंदूका में स्थित एक फर्म भगवती फार्मा है। हमने अवैध बिक्री करने वाले दिनेश जाघव को वहीं से पकड़ा है। उससे हमने 1680 बोतल ;प्रत्येक बोतल 100 मि.ली.द्ध कफ सिरप जब्त की है, वह प्रत्येक बोतल 100 से 150 रूपए की दर से बिक्री करता था। उससे कुल 2400 बोतल जब्त की गयी हैं जिनकी अनुमानित कीमत 2.5 लाख रूपए है। जब्त की गयी कफ सिरप में ब्रांड नाम वी-स्टार ;निर्माता सीबी हैल्थकेयरद्ध, रैक्सकॉन ;निर्माता विदित हैल्थ केयरद्ध, रैक्सकोड ;निर्माता रेयान्सी फार्माद्ध, सेफ कोड ;निर्माता बॉयोजेनिक ड्रग प्रा. लि.द्ध तथा रैक्सकिंग ;निर्माता एप्पलफील्ड इन्टरनैशनलद्ध शामिल हैं, इन सभी का निर्माण हिमाचल प्रदेश में हुआ है। इसके अलावा विभाग ने वडोदरा में ओम हॉस्पीटल में कोडीन कफ सिरप की अवैध बिक्री का मामला पकड़ा है। इस मामले में अभियुक्त रमेश गोस्वामी को 20 बोतल कफ सिरप की बिक्री करते पकड़ा गया है जबकि एक अन्य मामले में किरपाल डाबी को बिना लाईसेंस 661 बोतल कफ सिरप के साथ पकड़ा गया है। विभाग ने ऐसे पकड़े गए मामलों में पाया है कि स्टॉकिस्ट औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली के नियम 65 के अनुसार लाईसेंस की शर्तों की अवहेलनाएं करते हुए इनकी बिक्री कर रहे हैं। पिछले वर्ष कोडीन की अवैध बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए अहमदाबाद में 150 खुदरा दवा विक्रेताओं की आकस्मिक जांच की गयी थी और संलिप्त पाए गए 27 दवा विक्रेताओं के लाईसेंस निरस्त तथा 35 दवा विक्रेताओं के लाईसेंस निलम्बित किए गए थे।