मुम्बई– उपभोक्ताओं द्वारा दवाओं पर खर्च की जा रही राशि में कमी लाने के उद्देश्य से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में देश में 3 केन्द्र शासित प्रदेशों तथा 20 राज्यों में कुल 172 अफोरडेबल मेडिसिन्स एण्ड रीलायबलइम्प्लांट्स फॉर ट्रीटमैन्ट ;एएमआरआईटी यानि अमृतद्ध फार्मेसी स्थापित की हैं। इन अमृत फार्मेसी में उपभोक्ताओं को ब्रांडेड दवाए, इम्प्लांट्स, सर्जीकल तथा डिस्पोजेबल आईटम उचित मूल्यों पर उपलब्ध करवायी जा रही है। अमृत रिटेल केन्द्र सैन्ट्रल तथा स्टेट गवर्न्मेन्ट मैडीकल इंस्टीटयूशन्स के साथ भागीदारी में खोले गए हैं। अमृत फार्मेसी स्थापित करने की योजना देश में वर्ष 2015 में शुरू की गयी थी। इनकी स्थापना का उद्देश्य है कि ऐसी महंगी ब्रांडेड दवाएं विशेष रूप से जो कैंसर तथा हृदय रोगों के उपचार में प्रयोग में लायी जाती हैं वह छूट के साथ उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवायी जा सकें। अमृत फार्मेसी में महंगी ब्रांडेड दवाएं एमआरपी से 60 प्रतिशत तक की औसत छूट के साथ उपलब्ध करवायी जाती हैं जबकि केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय द्वारा स्थापित करवायी गयी जन औषधि स्टोर में जेनेरिक दवाएं उचित मूल्य पर उपलब्ध करवायी जा रही हैं। अमृत स्टोर पर जेनेरिक दवाओं की बिक्री नहीं की जाती हैं। अमृत स्टोर में 5200 से अधिक प्रकार की दवाएं, एम्प्लांटस सर्जीकल/ डिस्पोजेबल तथा अन्य कन्ज्यूमेबल उत्पाद उपलब्ध करवाए जाते है। यह एक ही छत के नीचे जीवनरक्षक ब्रांडेड दवाएं तथा अन्य उत्पाद उपलब्ध करवाता है। गुजरात में सबसे अधिक 61 अमृत फार्मेसी स्टोर खोले गए हैं, दूसरे नम्बर पर आसाम है जहां 34 अमृत स्टोर स्थापित किए गए हैं। उत्तर प्रदेश में 14, पंजाब में 5, नयी दिल्ली, मध्य प्रदेश तथा चण्डीगढ़ में 7-7, महाराष्ट्र में 8, हिमाचल प्रदेश में 3, हरियाणा में 6, बिहार, छत्तीसगढ, केरल, मेघालय, उड़ीसा तथा उत्तराखण्ड में दो-दो जबकि आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, मणिपुर, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, त्रिपुरा, राजस्थान तथा पुड्डुचेरी में एक-एक अमृत फार्मेसी स्टोर स्थापित किया गया है। पहला अमृत फार्मेसी स्टोर 15 नवम्बर 2015 को नयी दिल्ली में एम्स में स्थापित किया गया था।