जयपुर- राज्य में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साथ ही चिकित्सा मंत्री ने विभाग का कार्यभार सम्भालने के कुछ समय बाद ही निःशुल्क दवा योजना में कैंसर, अस्थमा और किडनी से सम्बंधित गम्भीर बीमारियों का इलाज करने में प्रयुक्त होने वाली दवाओं को शामिल किए जाने की घोषणा की थी। उस घोषणा के बाद बजट में भी 104 नयी दवाओं को निःशुल्क दवा की सूची में जोड़े जाने की घोषणा की गयी थी। परन्तु एक वर्ष का समय व्यतीत हो जाने के बावजूद अब तक एक भी बढी हुई दवा सरकारी अस्पतालों में नहीं पहुंची है। बताया जाता है कि इन दवाओं की खरीदी के लिए निविदा प्रक्रिया चल रही है। माना जा रहा है कि अभी भी निविदा के बाद खरीद आदेश जारी करने और अन्य प्रक्रियाओं में लम्बा समय लगेगा। ऐसे में नयी दवाओं का आगामी राज्य बजट से पहले अस्पतालों तक पहुंचना मुश्किल नजर आ रहा है। जानकारी के अनुसार निःशुल्क दवा योजना में जोड़ी गयी 104 दवाओं की निविदा प्रक्रिया एक साथ ही चल रही है। ऐसे में सभी दवाएं एक साथ ही सरकारी अस्पतालों तक पहुंच पाएंगी। नयी शामिल की जा रही लगभग सभी दवाएं गम्भीर बीमारियों की श्रेणी की हैं जो कि मैडीकल कॉलेजों के अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए उपयोगी हैं। राजस्थान मैडीकल सर्विसेज कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक सुरेश चन्द गुप्ता का कहना है कि निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। जल्दी से जल्दी इन दवाओं को सरकारी अस्पतालों में पहुंचाने की प्रक्रिया जारी है।