भीलवाड़ा- उदयपुर सम्भाग में एक प्रमुख प्रिन्ट मीडिया द्वारा नीम-हकीमों के खिलाफ चलाए गए सि्ंटग को उजागर करने के बाद हरकत में आए राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भीलवाड़ा में एक बंगाली युवक को अवैध रूप से लोगों का उपचार करते हुए पकड़ा। उसके क्लीनिक से 40 से अधिक प्रकार की दवाएं जब्त की गयी। तथाकथित चिकित्सक को पकड़ कर प्रतापनगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। पूछ-ताछ में पता चला कि बंगाल निवासी सुजेन सेन महज दसवीं उतीर्ण है। वह अपनी दुकान में आने वाले मरीजों के हर मर्ज का उपचार करता है। वह गांधी नगर में छह-सात वर्ष से क्लीनिक चला रहा था। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. घनश्याम चावला ने बताया कि विभागीय टीम को देख मरीजों का उपचार कर रहा सुजेन घबरा गया। जब डॉ. राजेन्द्र मूंदड़ा व औषधि निरीक्षक विष्णु शर्मा ने उससे पूछ-ताछ की तो वह बगले झांकने लगा। उसके पास किसी प्रकार की चिकित्सकीय कार्य से सम्बंधित डिगी या प्रमाण-पत्र नहीं थे। दवाओं में गर्भ निरोधक के रूप काम आने वाले इंजेक्शन भी मिले। इनका उपयोग विशेष स्थितियों में विशेषज्ञों के परामर्श के बाद ही किया जा सकता है। इस्तेमाल की हुई सिरिंज, ड्रिप की खाली बोतलें व घाव की सफाई के बाद संक्रमित रूई भी खुले में पड़ी मिली।